Google Adsense Ki CPC kaise badhaye - दोस्तों, हर ब्लॉगर चाहता है की वह अपने ब्लॉग से ज़्यादा से ज़्यादा पैसा कमा सके, इसके लिए लगभग सभी ब्लॉगर adsense ad network का इस्तेमाल करते है, मगर कई बार ज़्यादे से ज़्यादे पैसा कमाने वाला सपने पूरा नहीं हो पाता क्यूंकि उनके adsense का CPC बहुत ही low होता है, adsence से ज़्यादा पैसा कमाने के लिए ये बहुत ज़रूरी है की आपके adsence का cpc थोड़ा ज़्यादे हो, अगर cpc कम रहेगा तो आपकी इनकम भी कम होगी, तो आज के इस पोस्ट मैं आपको एडसेन्स का cpc कैसे बढ़ाये से जुडी कुछ जानकारी देने वाले हैं।


Google Adsense Ki CPC kaise badhaye
Google Adsense Ki CPC kaise badhaye 

CPC क्या है?

cpc एक ऐसा चीज़ है जिसपे हर adsense यूजर ध्यान देता है, CPC को फुल फॉर्म में Cost Per Click बोलते हैं, वैसे तो इसका मतलब नाम से ही पता चल रहा है, इसका मतलब होता है आपको कितने ad क्लिक का कितना डॉलर मिल रहा है, अगर आपके ब्लॉग का CPC ज़्यादा होगा तो ज़ाहिर सी बात है आपको हर क्लिक का ज़्यादा पैसा मिलेगा, और अगर CPC कम रहा तो आपको क्लिक के पैसा कम मिलेंगे।

High CPC क्यों ज़रूरी है?

CPC का ज़्यादा होना हर एक ब्लॉगर के लिए बहुत ही आवशयक है, मान लीजिये की आपको दिन भर में 5 क्लिक मिला और आपका CPC 0.05 dollar था, यानी की आपको दिन भर के 5 क्लिक के 0.25 dollar मिला, और वहीं अगले दिन आपको दिन भर में 4 क्लिक मिला और उसका CPC 0.25 dollar था यानी की 4 क्लिक के आपको 1 dollar मिला, तो आप ही बताइये की पिछले दिन वाले 5 क्लिक से आपको ज़्यादा फायदा हुआ की आज के 4 क्लिक से ज़्यादा फायदा हुआ, तो आपका जवाब होगा की आज के 4 क्लिक से ज़्यादा फायदा हुआ क्यूंकि इसमें आपको Cost Per Click ज़्यादा मिला, तो अब आपको ये समझ में आ गया होगा की CPC का ज़्यादा होना क्यों ज़रूरी है। 


CPC कैसे बढ़ाये?


ब्लॉग का CPC तो बहुत से बातों पे निर्भर करता है जैसे की आपको ब्लॉग कौन से टॉपिक पे है (niche), आपके ब्लॉग पे विजिटर कौन से देश के हैं (Audience), आपने अपने पेज के किस जगह पे ad लगाया है (Ads placement ), आपने किस तरह का ads लगाया है (Ads types), तो अभी हम आपको इन्ही सब चीज़ों के बारे में बताने वाले है जिसको फॉलो करके आप अपने ब्लॉग का CPC बढ़ा सकते हैं और अच्छा इनकम कर सकते हैं। 


1) Blog Topic 

दोस्तों, आपके ब्लॉग का CPC आपके ब्लॉग के टॉपिक यानी niche पे निर्भर करता है, कुछ टॉपिक पे CPC ज़्यादा रहता है और कुछ टॉपिक पे CPC कम रहता है, अब मैं आपको कुछ ज़्यादा CPC और कुछ कम CPC वाला टॉपिक बताने वाला हूँ 

High CPC topic - Insurance, Blogging, SEO, technology, health, Hosting
Low CPC topic - General knowledge, Jokes, Shayari

तो अब आप समझ ही गए होंगे की ब्लॉग के टॉपिक का चयन आपके cost per click पर प्रभाव डालता है, तो ज़्यादा cpc के लिए आपको उस टॉपिक का चयन करना होगा जिसका cpc ज़्यादा है, अब आपके मन में एक सवाल आता होगा की ऐसा क्यों है की किसी topic पे cpc ज़्यादा है और किसी पे कम है, तो इसका जवाब यह है बहुत सारा टॉपिक ऐसा है जिसके related बहुत सारा प्रोडक्ट है जिसके कारण बहुत सारे advertiser उस प्रोडक्ट का advertisement कराते हैं। 

2) To many ads

ज़रूरत से ज़्यादा अधिक ads लगाना भी आपके low cpc का कारण हो सकता है, कई सारे नए ब्लॉगर को जैसे ही एडसेन्स का अप्रूवल मिलता है, वो अपने ब्लॉग के पेज को ads से भर देते हैं, वो ये सोंचते है की अगर ब्लॉग पे बहुत सारा ads रहेगा तो हमारे विजिटर को कोई न कोई ads पसंद आएगा और वो उसपे क्लिक करेगा, मगर ये सोचना बिलकुल ही गलत है क्यूंकि एक पेज पे 3 से ज़्यादा ads लगाना सही नहीं होता है और अगर आपके ब्लॉग के पेज पे बहुत सारा ads रहेगा तो आपके ब्लॉग का loading speed भी कम हो जाएगा जो आपके लिए सही नहीं है। तो ज़्यादे से ज़्यादे एक पेज पर 3 ads को लगाए वो भी जब आपका कंटेंट बड़ा हो यानी की लगभग 1000 शब्द या उससे भी ज़्यादा शब्द का हो। 



3) Ads position

आपने अपने ब्लॉग पे ads किस जगह पे लगाया है, ये आपके earning पे बहुत प्रभाव डालता है, उदहारण के तौर पे मान लीजिये की आपने आपने ब्लॉग पे सबसे निचे ads लगाया है, तो अगर विजिटर आपके ब्लॉग पे कोई पोस्ट पढ़ेगा और मान लीजिये की जहां पे आपका पोस्ट ख़तम हुआ, वो वहीं से वापस चला गया, तो ऐसे में वो विजिटर आपके ब्लॉग पे कोई ads ही नहीं देखा, तो इसीलिए ads को सही जगह पे लगाना बहुत ही अनिवार्य है 

अब सवाल है की आखिर ads को कहाँ पे लगाए, तो जहां से आपका post या article स्टार्ट होता, ठीक उसी के ऊपर अपने ads लगाए क्यूंकि जब कोई विजिटर आपके उस पोस्ट को खोलेगा तो ads सबसे पहले उसको दिखेगा इसमें वो उस ads के तरफ़ आकर्षक होगा और क्लिक करेगा 

4) Image ads instead of text ads

कई बार ब्लॉगर यह गलती करते हैं की वो अपने ब्लॉग में text ads लगाना पसंद करते है और banner ads की तरफ धयान नहीं देते, तो आपको यह गलती बिलकुल भी नहीं करनी है, क्यूंकि banner ads में image उसे होता है और image आपके ब्लॉग के विजिटर को ज़रूर अपने तरफ आकर्षिक करता है और यही कारण है की text ads के मुकाबले banner ads से ज़्यादा इनकम होता है

अब बात करते हैं इन दोनों ads के cost per click के बारे में, तो अक्सर यह देखा गया है की जितने भी अच्छी और बड़ी कंपनी ब्रांड का ads होता है, वो सभी बैनर एड्स होता है और बड़ी कंपनी अपने ads पे अधिक पैसा खर्च करती है, इसीलिए banner ads का cost per click ज़्यादा होता है, तो अगर आप भी चाहते हैं की आपके ब्लॉग का CPC ज़्यादा हो, तो आप अपने ब्लॉग पे banner ads का प्रयोग करें।


5) Traffic country


आपके ब्लॉग पे ट्रैफिक कौन से देश से आ रहा है, ये CPC पे बहुत प्रभाव डालता है, दरअसल एडसेन्स ने हर देश के लिए अलग अलग cost per click तय कर रखा है, अगर हम हमारे देश भारत की बात करें या फिर कोई भी एशिया का देश हो, इन सब देशों में low cpc देखने को मिलता है

वहीं USA, Australia, Canada जैसे देशों में अधिक cpc मिलता है, ऐसा इसलिए है क्यूंकि ये सब देशों में conversion रेट ज़्यादा है जिससे advertiser को भी अच्छा फायदा होता है
तो अगर आपका ब्लॉग इंग्लिश में है तो आप अधिक CPC वाले देश को टारगेट कर सकतें हैं।

तो उम्मीद है दोस्तों की आपको ये पोस्ट "Google Adsense Ki CPC kaise badhaye" पढ़कर कुछ अच्छा जानकारी प्राप्त हुआ होगा, अगर आपको इस पोस्ट से जुडी कोई प्र्शन या फिर कोई सुझाव है तो निचे कमेंट करके हमें ज़रूर बताये और अगर आपको ये पोस्ट पसंद आया तो इसे ज़्यादा से ज़्यादा शेयर करें।