Mohabbat Shayari
तेरी मोहब्बत की तलब थी
तो हाथ फैला दिए वरना,
हम तो अपनी ज़िन्दगी
के लिए भी दुआ नहीं करते … !!!
mohabbat shayari |
“नज़रे करम” मुझ पर इतना न कर,
की तेरी मोहब्बत के लिए बागी हो जाऊं,
मुझे इतना न पिला इश्क़-ए-जाम की,
मैं इश्क़ के जहर का आदि हो जाऊं।
तेरे इश्क में हर गुनाह करने को तैयार हूँ
तेरे लिए में पूरी दुनिया से लड़ने को तैयार हूँ
एक बार मेरा हाथ थाम के तो देख ओ जानेमन
तेरे साथ जीने तो क्या में मरने को भी तैयार हूँ…
ना जाने मोहब्बत में कितने अफ़साने बन जाते हैं,
शमां जिसको भी जलाती हैं वो परवाने बन जाते हैं,
कुछ हासिल करना ही इश्क की मंजिल नही होती
किसी को खोकर भी कुछ लोग दीवाने बन जाते हैं.
इश्क को तेरे ठुकरा ना सके दिल ही ऐसा था
वे मौत मारे गए हम वो यार ही ऐसा था
एक आंधी में हम प्यार का धोखा खा बैठे
यारो उनकी सूरत का चाँद ही ऐसा था
मोहब्बत किसी से करनी हो,
तो हद में रहकर करना !
वरना किसी को बेपनाह चाहोगे,
तो टूटकर बिखर जाओगे !!
mohabbat shayari hindi |
कब से तेरी निगाहों में इश्क की राहों में
कभी गिर पड़े तो कभी संभल रहे हैं
चमन से तोड़ कर लोग सितारे लाये हैं
मगर मैं वही नहीं लाया जो सारे लोग लाये हैं
हर बात तेरी, मेरी तकदीर बन जाती है,
याद तेरी, मेरी जंजीर बन जाती है,
चाहत है मेरी के टूट के प्यार करूँ तुझे,
मगर खुद की ही शर्म दीवार बन जाती है
परछाई आपकी हमारी दिल में है !
यादें आपकी हमारी आँखों में है !!
कैसे भुलाएं हम आप को !
प्यार आपका हमारी सांसों में है !!
इश्क की हर अदा पर जान छिड़कते हैं हम
ऐ जाने बहार तुम पर ही मरते हैं हम
जमाने से तो कभी नहीं डरते हैं हम
मिले तो बहुत पर प्यार तुमसे ही करते हैं हम…
Mohabbat Ki Shayari
इन आखों के पीछे कितने बसे हैं मयखाने
पी कर देखो जाम नजर का हो जाओगे दीवाने
बेखुदी में तराने यूं ही गाये जा रहे दीवाने
अपना इश्क रंग लाएगा अब, आ गए हैं वो जमाने
जुदा होना था हमको पर आप जुदा हो गए
इश्क़ के इस खेल में हम यहाँ तनहा हो गए
बहकाना चाहा मैंने याद में अपने दिल को
पर तेरी याद सीने में रखकर हम भी जाने कहाँ खो गए…
इश्क में दिल का तमाशा देखा नहीं जाता
हमसे टूटा हुआ शीशा देखा नहीं जाता
अपने हिस्से की खुशियां लूटा दूँ तुम पर
हमसे तेरा उतरा हुआ चेहरा देखा नहीं जाता…
इश्क के दामन से लिपटा गम ही होता है
तन्हाई की आंच से प्रीत कम नहीं होता है
खुदा भी अफ़सोस करता है आसमान पर
जब भी जमीन पर कभी आशिक रोता है…
तेरे चेहरे में मेरा नूर होगा
फिर तू ना कभी मुझसे दूर होगा
सोच क्या खुशी मिलेगी जान उस पल
जिस पल तेरी मांग में मेरे नाम का सिंदूर होगा
तेरी सजा में भी मजा है साजन
इश्क़ भी कभी दगा देता है
दामन में खुशियां भरता है तो
कभी हंसी के साथ रुला देता है
mohabbat shayari in hindi |
हर फूल की अजब ग़ज़ब कहानी है,
चुप रहना भी प्यार की एक निशानी है,
ज़ख़्म नही है फिर भी क्यू ये एहसास है,
लगता है दिल का एक टुकड़ा आज भी उसके पास है
मुहब्बत के बारे में जब भी सोचता हूँ
चेहरे पर अलग ही मुस्कान होती है
जितना भी सोचूँ उतना ही कम लगता है।
कितनी भी क्यो न सोच लूँ
हर बार कुछ नया लगता है
कभी तो अपने लहज़े से
तुम भी साबित कर दो,
कि मोहब्बत तुम भी
हमसे लाजवाब करते हो…!!
घर से निकलते ही रोज तुम्हे देखता हूँ
नजरों से तेरे हसीन यौवन को चूमता हूँ
लैला तेरे इश्क में बन के मैं आशिक
तेरी ही गली में सुबह शाम घूमता हूँ
रूठ जाओ कितना भी मना लेंगे
दूरे जाओ कितना भी बुला लेंगे
दिल आखिर दिल है सागर की रेत तो नहीं
कि नाम लिखकर उसे मिटा देंगे
Mohabbat Shayari In Hindi
इश्क वालों से पूछों उनकी रात का आलम
की उनके दिल की हालत क्या होती है
सामने से तो वे खुश दिखते हैं मगर
उनके दिल के हर कोने में कयामत छुपी होती है
माना की आज तू मेरे प्यार से पराया है
मगर तेरी याद को मैंने दिल में बसाया है
मुझको तो है तेरे प्यार को पाना
आखिर तेरे इश्क में मैंने अपना सब कुछ लुटाया है
नजरे मेरी कहीं थक ना जाएँ
बेवफा तेरा इंतजार करते करते
ये जान यूं ही निकल ना जाये
तुमसे इश्क का इजहार करते करते…
दिल की धड़कन को, एक लम्हा सबर नहीं;
शायद उसको अब मेरी ज़रा भी कदर नहीं;
हर सफर में मेरा कभी हमसफ़र था वो;
अब सफर तो है मगर वो हमसफ़र नहीं।
मेरे दिल का कहा मानो एक काम कर दो,
एक बेनाम सी मोहब्बत मेरे नाम कर दो,
मेरे ऊपर एक छोटा सा एहसान कर दो,
एक दिन सुबह को मिलो और शाम कर दो।
ना कर शक मेरी मोहब्बत पर शक यु पगली
अगर सबूत देने पर आया तो तू बदनाम हो जाएगी
जब भी खामोश आँखो से बात होती है
ऐसे ही तो इश्क़ की शुरूवात होती है
तुम्हारे ही ख़यालो मे हम खोए रहते हैं
खबर नही कब दिन गुज़रता है कब रात होती है
mohabbat ki shayari |
प्यार तो प्यार है इसमें तकरार क्या
इश्क तो दिल की अमानत है इससे इंकार क्या
मैं तो दिन रात तड़पता हूँ तेरी याद में
तू भी है मेरे इश्क में बेकरार क्या?
Mohabbat Ki Shayari
वो मुहब्बत जो तुम्हारे दिल में है
उसे जुबां पर लाओ और बाया कर दो
आज बस तुम कहो और कहते ही जाओ
हम बस सुनें ऐसे बेजुंबा कर दो
इतना खूबसूरत चेहरा है तुम्हारा
हर दिल दीवाना है तुम्हारा
लोग कहते हैं चाँद का टुकड़ा हो तुम
लेकिन हम कहते हैं चांद टुकड़ा है तुम्हारा
तेरी परछाई मेरी दिल में बसी है,
तेरी यादे मेरी आंखो मे बसी है,
कैसे भूल जाऊ तुझे सनम.
मोहब्बत तेरी मेरी साँसो मे बसी है.
सबकी तरह मैंने मोहब्बत की है
जाम-ऐ-इश्क़ तेरे साथ पी है
तेरे हाथों में मेरा हाथ हो
ऐ आरजू मैंने भी की है…
Urdu Shayari Mohabbat
हमारे इश्क को वो नफरत समझते हैं
उनकी चाहत को मैं क्या नाम दूँ
इस कदर दिए जख्म उस निर्दयी ने
जी चाहता है अब अपना दिल थाम लूँ…
आशिक माशूक की मोहब्बत
हुस्न और इश्क़ की कहानी
बफा की या की बेवफा से
परवान चढ़ी ये वीरान जवानी
mohabbat ke liye shayari |
दिल में गम और सीने में,
तेरा दर्द फिर भी !
मेरी आँखों में तेरी तस्वीर है !!
यूँ आपकी जिस्मों में नहीं,
ये जानम आपके!
दामन में ही मेरी तक़दीर है!!!
लहर आती है किनारे से पलट जाती है
याद आती है दिल में समा जाती है
लहर और याद में फर्क सिर्फ इतना है
लहर बेवक्त आती है याद हर वक्त आती है
दिल के दर्पण में बिम्बित तुम,!
आँखों में मौन समाई हो ,!!
हर पल हर धड़कन में मेरी ,!
तुम ही तुम केवल छाई हो !!
मेरे वजूद में काश तू उतर जाए
मैं देखू आईना और तू नजर आए
तू हो सामने और ये वक्त ठहर जाए
और ये जिंदगी तुझे देखते हुए गुजर जाए
Mohabbat Bhari Shayari
रास्ते खुद ही तबाही के निकाले हमने
कर दिया दिल किसी पत्थर के हवाले हमने
हमें मालूम है इश्क के लिए क्या राय है लोगों की
घर फूंक कर देखे हैं उजाले हमने…
Mohabbat Bhari Shayari
इश्क ऐसा करो कि धड़कन में बस
जाये साँस भी लो तो खुशबु उसी की आए
प्यार का नशा आंखों पे छा जाये
बात कुछ भी न हो पर नाम उसी का आए
साथ अगर दोगे मुशकुराएंगे जरूर.
प्यार अगर दिल से करोगे तो निभाएंगे जरूर
राह में कितने कांटे क्यों न हो
आवाज अगर दिल से लोगे तो आएँगे जरूर
फांसले जिस्मो को बहुत दूर कर देते हैं
पर दिलों के शहर कभी उजड़ते नही
आँखो से आँखो का रिश्ता टूट जाए तो क्या,
साथ देखे हुए ख्वाब कभी मिटते नही
कुछ तो बात है तुझमें
जो तुझे याद करने को जी चाहता है
कुछ तो खास है
जो तुझे बाहों में भरने को जी चाहता है.
हम तेरे करीब हैं या नहीं ये जानते नहीं हैं
मगर दिलबर फिर भी मोहब्बत में
हद से गुजरने को जी चाहता है
कैसी अजीब तुझसे यह जुदाई थी,
कि तुझे अलविदा भी ना कह सका;
तेरी सादगी में इतना फरेब था,
कि तुझे बेवफा भी ना कहा सका।
अगर भूले से कभी हमारी याद आती है
और तन बदन में एक सहमा सी दौड जाती है
तो मेरे सनम तुम मेरे पास चले आना
अगर सूनी सूनी रातें तुम्हें बहुत सताती हो
गुलशन की बहारों पे सर -ऐ -शाम लिखा है,
फिर उसने किताबों पे मेरा नाम लिखा है ,
ये दर्द इसी तरह ---- मेरी दुनिया में रहेगा,
कुछ सोंच के उसने मेरा अंजाम लिखा है !!!
इश्क करते करते हम हो गए चंचल
ख्वाबों में ही डूबे रहते हैं आज कल
खुद पर बस ही कहाँ रहा मेरा अब
मेरे दिल में तो हसीनों ने मचा रखी है हलचल
Mohabbat Wali Shayari
तेरी आरज़ू में हमने बहारों को देखा,
तेरे ख्यालों में हमने सितारों को देखा,
हमें पसंद था बस आपका ही साथ,
वर्ना इन आँखों ने तो हजारों को देखा।
mohabbat bhari shayari |
सीख जाओ वक़्त पर,
किसी की चाहत की कदर करना..
कंही कोई थक न जाये,
तुम्हे एहसास दिलाते दिलाते.
Mohabbat Wali Shayari
चलो अपनी चाहतें नीलाम करते हैं ,
मोहब्बत का सौदा सरे आम करते है ,
तुम अपना साथ हमारे नाम कर दो ,
हम अपनी ज़िन्दगी तुम्हारे नाम करते हैं |
सुकून मिलता है जब उनसे बात होती है
हजार रातों में वो एक रात होती है
निगाह उठाकर जब देखते हैं वो मेरी तरफ
मेरे लिए वही पल पूरी कायनात होती है
आज इस कदर राह में इश्क बिखरा पड़ा है
आज हर खुशबू फ़ीकी और गुमनाम हर दुआ है
इस अनजान दुनिया में आप कहां से आ गए
कौन हो आप जिस ने मोहब्बत से मुझे चुना है
चले गए हो दूर कुछ पल के लिए,
दूर रहकर भी करीब हो हर पल के लिए,
कैसे याद ना आए आपकी हर पल के लिए,
जब दिल मे हो आप हर पल के लिए…
धड़कते दिल की धड़कन को!
भला कब तक छुपाओगी!!
यह शोला और भड़केगा!
इसे जितना दबाओगी!!
प्यार में अक्सर बुरा तब लगता है,
जब हम एक ही इंसान से,
बात करना चाहते हो और वो हमें ही
इगनोर करते है ! क्या जमाना है!!
दिल की हसरत जुबां पे आने लगी
तूने देखा और ज़िन्दगी मुस्कुराने लगी
यह इश्क की इंतेहा थी या दीवानगी मेरी
हर सूरत में तेरी सूरत नजर आने लगी
Mohabbat Shayari In Hindi
उनसे रोज मिलने को दिल करता है,
कुछ सुनने कुछ सुनाने को दिल करता है,
था उसका मानने का अंदाज़ ऐसा की,
एक बार फिर रुठ जाने को दिल करता है
Pyaar Mohabbat Shayari
यह कैसी उम्मीद सी आती है शाम के बाद
तेरा नाम भी आता है मेरा नाम के बाद
इसी को सलामे इश्क़ कहते हैं मेरी जान
तुमने नजरें झुका ली मेरे सलाम के बाद
मोहब्बत में उनके एतबार कर बैठे,
यहीं खता थी कि हम उनसे प्यार कर बैठे.
मुझे तुझ से नही तेरे अंदर बैठे रब से मोहब्बत हैं,
तुम तो बस इस जरिया हो मेरी इबादत का…
मोहब्बत मे जो भी गम आए हंस के सह लेना,
कोई भी गीला शिकवा हो खुल के तुम कह देना.
लोग कहते हैं कि मोहब्बत एक बार होती हैं,
लेकिन मैं जब-जब उसे देखू मुझे हर बार होती हैं.
वजह नफरतों की तलाशी जाती है
मोहब्बत तो बेवजह ही हो जाती हैं
हुस्न का क्या काम सच्ची मोहब्बत में,
रंग सांवला भी हो तो यार कातिल लगता है।।
Shayari Mohabbat
अपनी मोहब्बत की बस इतनी सी कहानी हैं,
टूटी हुई कश्ती और ठहरा हुआ पानी हैं.
जी चाहता है तेरी धड़कनो में उलझ जाऊ,
कैसे भी हो बस तेरे दिल तक चला जाऊ..||
आग़ाज़-ए-मोहबबत की दास्तान मुख़्तसिर सी है बस,
दौर-ए-जवानी थी और उनकी आँखों में झाँक बैठे।
ऐसा नही कि दिल में तेरी तस्वीर नहीं थी,
पर हाथों में तेरे नाम की लकीर नहीं थी.
Mohabbat Shayari
अच्छा हुआ तुम किसी और के हो गए
खत्म हो गई फिकर तुम्हेँ अपना बनाने की
अदा से देख लो जाता रहें गिला दिल का,
बस एक निगाह पे ठहरा है फैसला दिल का.
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