हमारा जीवन इतना व्यस्त होता है कि हमें दिन भर काम करने के लिए एक रिफ्रेशमेंट की जरूरत पड़ती रहती है। ऐसे में काम के बीच में समय-समय पर कॉफी अच्छाई का होना हमें एनर्जी देता है और साथ ही काम करने की क्षमता को भी बढ़ाता है। बहुत से लोग होते हैं जो चाय को रिफ्रेशमेंट के तौर पर लेते हैं तो कुछ लोग कॉफी पीना पसंद करते हैं। आप ही अब तक बहुत सारी अलग-अलग तरह की कॉफी भी होंगी लेकिन क्या आप उनके बारे में विस्तार से जानते हैं मतलब कि वह कैसे बनती है और पीने के लिए कौन सी कॉफी सबसे अच्छी होती है। आज हम आपको आपके स्वाद अनुसार कॉफी के अलग-अलग प्रकारों के बारे में विस्तार से बताने वाले हैं।
कॉफी पाउडर तो एक ही प्रकार का होता है लेकिन उसे बनाकर अलग-अलग नए प्रकार बनाए जाते हैं जो स्वाद में भी अलग होते हैं और बनाने में भी अलग-अलग तरीके होते हैं। अब पाउडर से बनने वाली कॉफी के कई प्रकार होते हैं जिनमें से कुछ निम्नलिखित है:-
एस्प्रेसो (Espresso)
फ्लैट वाइट (Flat white)
माकिआटो (Macchiato)
अमेरिकानो (American)
लाटे (Latte)
कैप्युचीनो (Cappuccino)
मोका (Mocha)
कहने को तो सभी कॉफी के अलग-अलग प्रकार हैं। लेकिन इन कॉफी के नामों का क्या मतलब है और यह किस तरह से बनाई जाती हैं और आप को इनमें से कौनसा फ्लेवर सबसे ज्यादा पसंद आएगा? इसके बारे में आप तभी कोई फैसला ले पाएंगे जब आप इनके बारे में पूरी तरह से जान पाएंगे।
आपने जाना कि कॉफी के कितने अलग-अलग तरह के प्रकार होते हैं अब आइए जानते हैं उनको बनाया किस तरह से जाता है। सबसे पहले हम बात करते हैं एस्प्रेसो कि जो सारी कॉफी को बनाने के लिए सबसे पहला चरण है।
एस्प्रेसो बनाने का तरीका :- यदि हम विस्तार में जाएं तो एस्प्रेसो का सही अर्थ सभी कॉफी का आधार है। एस्प्रेसो बनाने के लिए आपको एक सौ ग्राम कप में तीन या चार चम्मच कॉफी पाउडर डालना होगा और उसके बाद करीबन 35 मिलीलीटर पानी उसमें मिलाना होगा। इस तरह आपका एस्प्रेसो तैयार हो जाता है और यह एस्प्रेसो बाकी के कॉफी के प्रकारों को स्वादिष्ट बनाने में सहायक होता है। या फिर कहें कि एस्प्रेसो के साथ मिलाकर आप अपनी कॉपी को और अधिक स्वादिष्ट और डार्क बना सकते हैं। कॉफी को ज्यादा स्ट्रांग बनाने के लिए हम अक्सर कॉफी ऑर्डर करते टाइम कहते हैं कि हमें एक एक्स्ट्रा एस्प्रेसो के साथ कॉफी चाहिए। इसका अर्थ होता है कि आपको अपनी कॉपी में एक्स्ट्रा कॉफी पाउडर के साथ थोड़ा स्ट्रांग फ्लेवर चाहिए। जिस तरह किसी पिज्जा में एक्स्ट्रा चीज लेकर उसे खाते हैं ठीक इसी प्रकार कॉपी में भी एक एक्स्ट्रा एस्प्रेसो शार्ट से उसे स्ट्रांग बनाया जाता है।
फ्लैट वाइट बनाने का तरीका:- अब हम बात करते हैं कॉफी के दूसरे प्रकार फ्लैट वाइट की। इसे भी एस्प्रेसो की मदद से बनाया जाता है। फ्लैट व्हाइट कॉफी बनाने के लिए एक 100ml कप में 35ml तक एस्प्रेसो होता है और बाकी बचे हुए हिस्से में दूध डालते हैं। इन दोनों को मिलाकर कॉफी ज्यादा स्ट्रांग नहीं होती है और हल्के स्वाद वाली कॉफी बनकर तैयार हो जाती है।
माकिआटो बनाने का तरीका:- अब कॉफी के तीसरे प्रकार को बनाने का तरीका जानते हैं जिसमें भी एस्प्रेसो का ही इस्तेमाल किया जाता है। 35ml एस्प्रेसो में मिल्क फोम मिलाया जाता है। यह मिल्क फॉम मशीनों द्वारा दूध से बनाया जाता है जिसे कॉफी में मिलाकर फॉम वाली कॉफी बनाई जाती है जिसे माकिआटो के नाम से संबोधित किया जाता हैं। यह कॉफी पीने में बहुत ही स्वादिष्ट होती है और पूरी तरह से मिल्क फॉम से भरी होती है। मिल्क फ़ॉम से बनी हुई इस कॉफी को बहुत ही स्ट्रांग कॉफी मानी जाती है और स्ट्रांग कॉफी की लिस्ट में यह दूसरे नंबर पर आती है। तो जिन लोगों को स्ट्रांग कॉफी पीना बेहद पसंद है वह कॉफी का यह प्रकार जरूर ट्राई कर सकते हैं।
अमेरिकानो बनाने का तरीका:- अमेरिकानो बनाने के लिए भी बेस के तौर पर एस्प्रेसो को भी लिया जाता है परंतु इसमें दूध की जगह पानी मिलाया जाता है। 35ml एस्प्रेसो लेने के बाद पूरा कप पानी से भर दिया जाता है और यह स्ट्रांग कॉफी नहीं होती है क्योंकि इसमें कॉफी पाउडर पूरी तरह से पानी में घुल जाता है जिसके बाद इसका स्वाद बहुत स्वादिष्ट और हल्की कॉफी का हो जाता है। जो लोग स्ट्रांग कॉफी पीना पसंद नहीं करते हैं उनके लिए अमेरिकानो फ्लेवर्ड कॉफी सबसे बेस्ट ऑप्शन है।
लाटे बनाने का तरीका:- यह भी एक कॉफी का स्वादिष्ट प्रकार है जिसे बनाने के लिए आपको एस्प्रेसो की सहायता लेनी होगी क्योंकि एस्प्रेसो सभी कॉफी के प्रकारों को बनाने का एक महत्वपूर्ण आधार है। 25ml एस्प्रेसो डालने के बाद आपको उसमें 50ml मिल्क डालना होगा, उसके बाद 25 ml मात्रा में आपको उसके ऊपर मिल्क फोम डाल देना है। लाटे बनाने के लिए तीनों ही सामग्री को एक सीमित मात्रा में लेकर इस कॉफी को तैयार किया जाता है। यह एक प्रकार की क्रीमी कॉफी होती है जो बहुत ज्यादा स्वादिष्ट और हल्की कॉफी वाली होती है।
कैप्युचीनो बनाने का तरीका:- कैप्युचीनो बनाने का तरीका लगभग लाटे कॉफी से मिलता-जुलता है। क्योंकि इस कॉफी को बनाने के लिए भी समान मात्रा में एस्प्रेसो मिल्क और मिल्क फोम 1 कप में लेना होता है। कैप्युचीनो बनाने के लिए इसमें मिल्क और मिल्क फॉर्म के साथ-साथ एस्प्रेसो समान मात्रा में होता है मतलब यदि हमने 100ml कप लिया है तो उसमें 33ml मिल्क फोम 33ml मिल्क और 33ml ही एस्प्रेसो लेना होगा। यह एक प्रकार की स्ट्रांग कॉफी होती है और जो लोग स्ट्रांग कॉफी पीना पसंद करते हैं उनके लिए कैप्युचीनो सबसे उचित विकल्प है। वैसे तो लाटे और कैप्युचीनो दोनों ही एक ही तरीके से बनाए जाते हैं बस इन दोनों में यही फर्क होता है कि लाटे लाइट कॉफी होती है तो कैप्युचीनो 1 स्ट्रांग कॉफी होती है। जिसमें कम मात्रा में दूध होता है और लाटे में आधे से ज्यादा मात्रा में दूध डालकर उसे क्रीमी और लाइट बनाया जाता है।
मोका बनाने का तरीका:- अब हम बात करते हैं कॉफी के आखिरी प्रकार मोका की। मोका कॉफी भी लाटे और कैप्युचीनो की तरह ही बनाई जाती है बट इसमें एक छोटा सा फर्क होता है। वह एक छोटा सा फर्क यह होता है कि आपने कैप्युचीनो तैयार कर लिया है उसके बाद उसके ऊपर थोड़ा सा चॉकलेट सिरप डाल दिया है तो आपका कॉफी का एक नया फ्लेवर बन जाता है जिसे नाम दिया जाता है मोका।
उम्मीद है हमारी यह पोस्ट पढ़ने के बाद आप कॉफी के सभी प्रकारों के बारे में जान गए होंगे उन्हें कैसे किस नाम से पुकारा जाता है और उन्हें किस विधि से तैयार किया जाता है। इन सभी प्रकारों में हमने आपको बताया कि आप को किस प्रकार की कॉपी में किस तरह का टेस्ट मिल सकता है जिसे जानने के बाद आप आसानी से यह सोच और समझ सकते हैं कि आपको कैफे में जाकर किस तरह की कॉफी का ऑर्डर करना चाहिए जो आपको फ्रेश और एनर्जी से भरपूर बना सकती है।
List of Different types of Coffee in hindi कॉफी के विभिन्न प्रकार
कॉफी पाउडर तो एक ही प्रकार का होता है लेकिन उसे बनाकर अलग-अलग नए प्रकार बनाए जाते हैं जो स्वाद में भी अलग होते हैं और बनाने में भी अलग-अलग तरीके होते हैं। अब पाउडर से बनने वाली कॉफी के कई प्रकार होते हैं जिनमें से कुछ निम्नलिखित है:-
एस्प्रेसो (Espresso)
फ्लैट वाइट (Flat white)
माकिआटो (Macchiato)
अमेरिकानो (American)
लाटे (Latte)
कैप्युचीनो (Cappuccino)
मोका (Mocha)
कहने को तो सभी कॉफी के अलग-अलग प्रकार हैं। लेकिन इन कॉफी के नामों का क्या मतलब है और यह किस तरह से बनाई जाती हैं और आप को इनमें से कौनसा फ्लेवर सबसे ज्यादा पसंद आएगा? इसके बारे में आप तभी कोई फैसला ले पाएंगे जब आप इनके बारे में पूरी तरह से जान पाएंगे।
कॉफी के अलग-अलग प्रकारों को किस तरह बनाया जाता है? (How to Make Different types of Coffee)
आपने जाना कि कॉफी के कितने अलग-अलग तरह के प्रकार होते हैं अब आइए जानते हैं उनको बनाया किस तरह से जाता है। सबसे पहले हम बात करते हैं एस्प्रेसो कि जो सारी कॉफी को बनाने के लिए सबसे पहला चरण है।
एस्प्रेसो बनाने का तरीका :- यदि हम विस्तार में जाएं तो एस्प्रेसो का सही अर्थ सभी कॉफी का आधार है। एस्प्रेसो बनाने के लिए आपको एक सौ ग्राम कप में तीन या चार चम्मच कॉफी पाउडर डालना होगा और उसके बाद करीबन 35 मिलीलीटर पानी उसमें मिलाना होगा। इस तरह आपका एस्प्रेसो तैयार हो जाता है और यह एस्प्रेसो बाकी के कॉफी के प्रकारों को स्वादिष्ट बनाने में सहायक होता है। या फिर कहें कि एस्प्रेसो के साथ मिलाकर आप अपनी कॉपी को और अधिक स्वादिष्ट और डार्क बना सकते हैं। कॉफी को ज्यादा स्ट्रांग बनाने के लिए हम अक्सर कॉफी ऑर्डर करते टाइम कहते हैं कि हमें एक एक्स्ट्रा एस्प्रेसो के साथ कॉफी चाहिए। इसका अर्थ होता है कि आपको अपनी कॉपी में एक्स्ट्रा कॉफी पाउडर के साथ थोड़ा स्ट्रांग फ्लेवर चाहिए। जिस तरह किसी पिज्जा में एक्स्ट्रा चीज लेकर उसे खाते हैं ठीक इसी प्रकार कॉपी में भी एक एक्स्ट्रा एस्प्रेसो शार्ट से उसे स्ट्रांग बनाया जाता है।
फ्लैट वाइट बनाने का तरीका:- अब हम बात करते हैं कॉफी के दूसरे प्रकार फ्लैट वाइट की। इसे भी एस्प्रेसो की मदद से बनाया जाता है। फ्लैट व्हाइट कॉफी बनाने के लिए एक 100ml कप में 35ml तक एस्प्रेसो होता है और बाकी बचे हुए हिस्से में दूध डालते हैं। इन दोनों को मिलाकर कॉफी ज्यादा स्ट्रांग नहीं होती है और हल्के स्वाद वाली कॉफी बनकर तैयार हो जाती है।
माकिआटो बनाने का तरीका:- अब कॉफी के तीसरे प्रकार को बनाने का तरीका जानते हैं जिसमें भी एस्प्रेसो का ही इस्तेमाल किया जाता है। 35ml एस्प्रेसो में मिल्क फोम मिलाया जाता है। यह मिल्क फॉम मशीनों द्वारा दूध से बनाया जाता है जिसे कॉफी में मिलाकर फॉम वाली कॉफी बनाई जाती है जिसे माकिआटो के नाम से संबोधित किया जाता हैं। यह कॉफी पीने में बहुत ही स्वादिष्ट होती है और पूरी तरह से मिल्क फॉम से भरी होती है। मिल्क फ़ॉम से बनी हुई इस कॉफी को बहुत ही स्ट्रांग कॉफी मानी जाती है और स्ट्रांग कॉफी की लिस्ट में यह दूसरे नंबर पर आती है। तो जिन लोगों को स्ट्रांग कॉफी पीना बेहद पसंद है वह कॉफी का यह प्रकार जरूर ट्राई कर सकते हैं।
अमेरिकानो बनाने का तरीका:- अमेरिकानो बनाने के लिए भी बेस के तौर पर एस्प्रेसो को भी लिया जाता है परंतु इसमें दूध की जगह पानी मिलाया जाता है। 35ml एस्प्रेसो लेने के बाद पूरा कप पानी से भर दिया जाता है और यह स्ट्रांग कॉफी नहीं होती है क्योंकि इसमें कॉफी पाउडर पूरी तरह से पानी में घुल जाता है जिसके बाद इसका स्वाद बहुत स्वादिष्ट और हल्की कॉफी का हो जाता है। जो लोग स्ट्रांग कॉफी पीना पसंद नहीं करते हैं उनके लिए अमेरिकानो फ्लेवर्ड कॉफी सबसे बेस्ट ऑप्शन है।
लाटे बनाने का तरीका:- यह भी एक कॉफी का स्वादिष्ट प्रकार है जिसे बनाने के लिए आपको एस्प्रेसो की सहायता लेनी होगी क्योंकि एस्प्रेसो सभी कॉफी के प्रकारों को बनाने का एक महत्वपूर्ण आधार है। 25ml एस्प्रेसो डालने के बाद आपको उसमें 50ml मिल्क डालना होगा, उसके बाद 25 ml मात्रा में आपको उसके ऊपर मिल्क फोम डाल देना है। लाटे बनाने के लिए तीनों ही सामग्री को एक सीमित मात्रा में लेकर इस कॉफी को तैयार किया जाता है। यह एक प्रकार की क्रीमी कॉफी होती है जो बहुत ज्यादा स्वादिष्ट और हल्की कॉफी वाली होती है।
कैप्युचीनो बनाने का तरीका:- कैप्युचीनो बनाने का तरीका लगभग लाटे कॉफी से मिलता-जुलता है। क्योंकि इस कॉफी को बनाने के लिए भी समान मात्रा में एस्प्रेसो मिल्क और मिल्क फोम 1 कप में लेना होता है। कैप्युचीनो बनाने के लिए इसमें मिल्क और मिल्क फॉर्म के साथ-साथ एस्प्रेसो समान मात्रा में होता है मतलब यदि हमने 100ml कप लिया है तो उसमें 33ml मिल्क फोम 33ml मिल्क और 33ml ही एस्प्रेसो लेना होगा। यह एक प्रकार की स्ट्रांग कॉफी होती है और जो लोग स्ट्रांग कॉफी पीना पसंद करते हैं उनके लिए कैप्युचीनो सबसे उचित विकल्प है। वैसे तो लाटे और कैप्युचीनो दोनों ही एक ही तरीके से बनाए जाते हैं बस इन दोनों में यही फर्क होता है कि लाटे लाइट कॉफी होती है तो कैप्युचीनो 1 स्ट्रांग कॉफी होती है। जिसमें कम मात्रा में दूध होता है और लाटे में आधे से ज्यादा मात्रा में दूध डालकर उसे क्रीमी और लाइट बनाया जाता है।
मोका बनाने का तरीका:- अब हम बात करते हैं कॉफी के आखिरी प्रकार मोका की। मोका कॉफी भी लाटे और कैप्युचीनो की तरह ही बनाई जाती है बट इसमें एक छोटा सा फर्क होता है। वह एक छोटा सा फर्क यह होता है कि आपने कैप्युचीनो तैयार कर लिया है उसके बाद उसके ऊपर थोड़ा सा चॉकलेट सिरप डाल दिया है तो आपका कॉफी का एक नया फ्लेवर बन जाता है जिसे नाम दिया जाता है मोका।
उम्मीद है हमारी यह पोस्ट पढ़ने के बाद आप कॉफी के सभी प्रकारों के बारे में जान गए होंगे उन्हें कैसे किस नाम से पुकारा जाता है और उन्हें किस विधि से तैयार किया जाता है। इन सभी प्रकारों में हमने आपको बताया कि आप को किस प्रकार की कॉपी में किस तरह का टेस्ट मिल सकता है जिसे जानने के बाद आप आसानी से यह सोच और समझ सकते हैं कि आपको कैफे में जाकर किस तरह की कॉफी का ऑर्डर करना चाहिए जो आपको फ्रेश और एनर्जी से भरपूर बना सकती है।
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